आपसी स्वीकरण का
सामाजिक उत्सव
अनंत का अभिनन्दन है
एक स्फूर्तिदायक पदचाप
उसकी कृपा की
जिससे मन, सुमन है
भाव शुद्धि के साथ
स्व-मिलन में सहायक, पावन
परिणय बंधन है
गृहस्थी यानि
रसमय संगम विविध अनुभवों का
पग- पग परमात्म मिलन है
अशोक व्यास, न्यूयार्क, अमेरिका
२४ मई २०१४
(मनन और नताशा के लिए आशीष और शुभ कामनाओं सहित)
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