Monday, January 10, 2011

मौसम के रिश्तेदार



 
बदन के साथ
मौसमों का एक रिश्ता है
उसी तरह
मौसम का भी तो रिश्ता है
धरती से, सूरज से, पेड़ों से, हवाओं से

तो इस तरह
मौसम के ये सभी रिश्तेदार
हमारे भी तो संबंधी हुए ना

चलो इसी बात पर
सूर्य नमस्कार करें
धरती को प्रणाम करें
किसी ऋषि के कहे अनुसार ही नहीं
अपनी  अनुभवजन्य व्यावहारिक दृष्टि के साथ
 
अशोक व्यास, 
न्यूयार्क, अमेरिका
सोमवार, १० जनवरी २०११

सुंदर मौन की गाथा

   है कुछ बात दिखती नहीं जो  पर करती है असर  ऐसी की जो दीखता है  इसी से होता मुखर  है कुछ बात जिसे बनाने  बैठता दिन -...