बदन के साथ
मौसमों का एक रिश्ता है
उसी तरह
मौसम का भी तो रिश्ता है
धरती से, सूरज से, पेड़ों से, हवाओं से
तो इस तरह
मौसम के ये सभी रिश्तेदार
हमारे भी तो संबंधी हुए ना
चलो इसी बात पर
सूर्य नमस्कार करें
धरती को प्रणाम करें
किसी ऋषि के कहे अनुसार ही नहीं
अपनी अनुभवजन्य व्यावहारिक दृष्टि के साथ
अशोक व्यास,
न्यूयार्क, अमेरिका
सोमवार, १० जनवरी २०११
1 comment:
बहुत सुन्दर।
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