इस बार
किरण को कहा
नए दौर की हवाओं ने
ठीक है
उतरती हो धरती पर
उजियारा लेकर
अच्छी हो
लाती हो साथ अपने आशा की उष्मा भी
पर इतना ही पर्याप्त नहीं
अब धरती वालों तक
अपनी उपस्थिति पहुंचाने के लिए
तुम्हे भी करना होगा
अपने आने का प्रचार
किसी और तरह से भी
यूँ की किसी के लिए
तुम्हारे आने पर बजे नगाड़ा
किसी को मिल जाए खुशबू
किसी को दिखाई दे सतरंगा इन्द्रधनुष सा
कुछ ऐसा अतिरिक्त की
अपने आप में डूबे लोग
अपनी नींद छोड़ कर
घर से बाहर चाहे ना आयें
कम से कम देख तो लें
खिड़की से बाहर
कि उतरी है किरण
और
उनका ध्यान चुराने के लिए भी
इस किरण के पास
कुछ ख़ास है
अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
रविवार, सुबह ८ बज कर ५० मिनट
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