Tuesday, August 23, 2016

डिजिटल सत्य



 डिजिटल सत्य है, जो चर्चा में हो वो सुहाता है 
उसके समीप जाकर हर कोई फोटो खिंचाता है 
फोटो को तुरंत फेसबुक पर लगाने में मजा आता है 
 और फिर लाइक्स काउंट करना भी बहुत भाता है 

हम भी इसी ट्रैक पर जाने अनजाने चलते जाते हैं 
जब किसी के साथ होने पर ढेर सारे लाइक्स पाते हैं 
किसी अकेले क्षण में हम ये सोचने पर मजबूर हो जाते हैं 
 पहचान साथ वाले की, मान अपनी, क्यूँ कर छले जाते हैं ?
- अशोक व्यास

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