माँ की जैजैकार करना भी
सिखलाया है जिसने
वह क्या
माँ से भी बढ़कर है?
प्रश्न सुन कर
खिलखिलाए वह
कह बैठे
'छोरा, तू तो भोंदू का भोंदू ही रहा
तुलना करता है ऐसे
यानि अब भी मानता है
माँ से अलग भी कुछ है'
2
माँ का आव्हान करना है बेटा
जाग्रत करना है माँ को
यह जो सांस का आना जाना है न
ये माँ का ही संगीत है
यह जो प्रकट करते हो स्वयं को
शब्द लेकर
यह जो सम्बन्ध है न
शब्द का अर्थ से
इसमें माँ का दरसन नहीं होते तुम्हें?
अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
20 अक्टूबर 2012
सिखलाया है जिसने
वह क्या
माँ से भी बढ़कर है?
प्रश्न सुन कर
खिलखिलाए वह
कह बैठे
'छोरा, तू तो भोंदू का भोंदू ही रहा
तुलना करता है ऐसे
यानि अब भी मानता है
माँ से अलग भी कुछ है'
2
माँ का आव्हान करना है बेटा
जाग्रत करना है माँ को
यह जो सांस का आना जाना है न
ये माँ का ही संगीत है
यह जो प्रकट करते हो स्वयं को
शब्द लेकर
यह जो सम्बन्ध है न
शब्द का अर्थ से
इसमें माँ का दरसन नहीं होते तुम्हें?
अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
20 अक्टूबर 2012
1 comment:
बहुत ही सुन्दर..
Post a Comment