1
तडपाती रहती है जिसकी प्यास
वो रहता तो है अपने आस-पास
पर अदृश्य रह कर बरसों तक
एक दिन मिल जाता अनायास
२
इस बार रंग ले आया
नए सिरे से ढूंढ लेना
पुरानी समस्या का समाधान
न जाने कैसे
हर सीढ़ी पर मिलता गया आस्मां
सब कुछ हो गया आसान
३
कब, कौन, कैसे मिल जाता है
इसके पीछे जिसके होने की गाथा है
कल्याणकारी है हर वो अनुभव
जो उससे सम्बन्ध बनाना सिखाता है
अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
११ सितम्बर २०११
2 comments:
bahut khoobsoorat chitran kiya hai.
घर में रहता, बाहर रहता,
सबके हित की कहता रहता।
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