सबके प्यारे मेरे परम आदरणीय चाचा डॉ भीम राज व्यास के साथ
(२८ दिसंबर १९४४ - २७ मई २०१५ )
तेरी हँसती हुई तस्वीर भी रुलाये है
तेरी हर बात याद आये है
सिसकियाँ, कराह और कसक
दुनियाँ बदली सी नज़र आये है
कैसे तू सबके लिये था सब कुछ
बात ये समझ नहीं आये है
एक तड़प सी कौंध जाये है
एक बदली सी बरस जाये है
तू वही तो न था, जो दिखता था
तेरी हर याद कुछ सिखाये है
तेरी रुखसत की ख़बर झूठी है
तेरा वजूद ये बताये है
जिससे रिश्ते निखर गये सारे
मौत उसको कहाँ छू पाये है
एक ये अहसास तेरा होने का
क़दम क़दम पे मेरा हौसला बढ़ाये है
(भीम चाचाजी का खास भतीजा
अशोक व्यास - बब्लू
वैसे वो ऐसे थे, की सबके लिए खास थे
और सब उनके लिए खास रहे )
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