तसल्ली
इत्मीनान
आश्वस्ति
स्वीकरण
अपने आपको
अपनी स्थिति के साथ
पूरी तरह अपनाने की खूबी
जहाँ से आती है
वो जगह है तो
भीतर ही कहीं
बस दिखाई नहीं देती
तब तक
जब तक
हल- चल है, उथल- पुथल है
अशोक व्यास
न्यूयार्क, अमेरिका
सुबह ८ बज कर २५ मिनट
मंगलवार, २५ मई २०१०
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