tag:blogger.com,1999:blog-1107418668088312043.post8301363211226261228..comments2024-01-11T00:47:49.615-08:00Comments on Naya Din Nayee Kavita: रसीला खेल अनंत काAshok Vyashttp://www.blogger.com/profile/14603070841314936254noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1107418668088312043.post-36627374117867151742011-05-25T18:17:57.525-07:002011-05-25T18:17:57.525-07:00अनंत के खेल भी लम्बे और आनन्ददायक होते हैं।अनंत के खेल भी लम्बे और आनन्ददायक होते हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1107418668088312043.post-74435929479989815982011-05-25T10:36:21.184-07:002011-05-25T10:36:21.184-07:00कविता को तकिया,बिस्तर,लिहाफ ,नींद,स्फूर्ति और फिर ...कविता को तकिया,बिस्तर,लिहाफ ,नींद,स्फूर्ति और फिर सूरज की किरण बनकर नए दिन का उपहार देते बहुत अच्छा लगा.और उपहार भी क्या ? एक सुन्दर उपदेश 'एक से अनेक और अनेक से एक होने की यात्रा' का,जिसमें छिपे अनन्त के रसीले खेल के अहसास का.<br />मैं तो नतमस्तक हूँ आपकी सुन्दर कल्पना के आगे.<br /><br />मेरे ब्लॉग पर आकर आपने अपने सुन्दर सुवचनों<br />से पावन कर दिया.बहुत बहुत आभार आपकाRakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1107418668088312043.post-19186034376018809892011-05-25T07:01:12.439-07:002011-05-25T07:01:12.439-07:00एक से अनेक
अनेक से एक
होने की
यात्रा में छुपा
रसी...एक से अनेक<br />अनेक से एक<br />होने की <br />यात्रा में छुपा<br />रसीला खेल अनंत का<br /><br />वाकई ..सर्वव्यापी सर्वोपरि सर्वत्र विद्यमान ...!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.com