tag:blogger.com,1999:blog-1107418668088312043.post5003153802628797587..comments2024-01-11T00:47:49.615-08:00Comments on Naya Din Nayee Kavita: एक अदृश्य प्रसन्नताAshok Vyashttp://www.blogger.com/profile/14603070841314936254noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1107418668088312043.post-62871563359106490892012-01-09T08:40:37.491-08:002012-01-09T08:40:37.491-08:00जीवन के कुछ रास्ते नियत होते हैं।जीवन के कुछ रास्ते नियत होते हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1107418668088312043.post-68018481412014625362012-01-08T18:08:51.951-08:002012-01-08T18:08:51.951-08:00और
स्कूल जाते बच्चों को
मुस्कुरा कर हाथ हिलाना भी
...और<br />स्कूल जाते बच्चों को<br />मुस्कुरा कर हाथ हिलाना भी<br />एक ऐसी क्रिया है<br />जो निश्छल रस घोल देती है<br />उसकी साँसे में<br /><br />sunder bhav....Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1107418668088312043.post-67995413756722088192012-01-08T09:02:37.836-08:002012-01-08T09:02:37.836-08:00पार्क के किनारे कबूतरों को चुग्गा देने से बिछा करत...पार्क के किनारे कबूतरों को चुग्गा देने से बिछा करती है एक अदृश्य प्रसन्नता उसके मन में सारे दिन और स्कूल जाते बच्चों को मुस्कुरा कर हाथ हिलाना भी एक ऐसी क्रिया है जो निश्छल रस घोल देती है उसकी साँसे में <br /><br />कबूतरों की भूख को तृप्त कराने में और अबोध बचपन में ईश्वर यानि सत्-चित-आनन्द के दर्शन सहज ही होते हैं.<br /><br />आपने मेल से जो टिप्पणी मुझे भेजी <br />उसे हनुमान जी को अर्पित कर दिया है. <br /><br />आपके दर्शन दुर्लभ क्यूँ हो रहें है जी?Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.com