tag:blogger.com,1999:blog-1107418668088312043.post4007336954738566851..comments2024-01-11T00:47:49.615-08:00Comments on Naya Din Nayee Kavita: अनंत सम्भावना का सूरजAshok Vyashttp://www.blogger.com/profile/14603070841314936254noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1107418668088312043.post-85969674949527885262011-05-28T05:31:08.024-07:002011-05-28T05:31:08.024-07:00गहन सांसारिक बातों से मन हटाती हुई -
प्रभु चरणों क...गहन सांसारिक बातों से मन हटाती हुई -<br />प्रभु चरणों का मार्ग दिखाती हुई सुंदर रचना ....<br />आभार.Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1107418668088312043.post-16457548147763896582011-05-28T05:07:49.810-07:002011-05-28T05:07:49.810-07:00अनन्त का भाव ही आनन्ददायक है।अनन्त का भाव ही आनन्ददायक है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1107418668088312043.post-9803422458865989052011-05-28T04:09:03.731-07:002011-05-28T04:09:03.731-07:00बहुत सुन्दर और सार्थक बात बताई आपने.
पूर्व स्मृति...बहुत सुन्दर और सार्थक बात बताई आपने.<br /><br />पूर्व स्मृतियों से <br />जब किसी अनुग्रह क्षण में<br />प्रकट होता है<br />अनंत सम्भावना का सूरज<br />तब हमें स्मरण होता है<br />निश्छल प्यार का झरना <br />तब हम चाहते हैं<br />सबकी सेवा करना<br />तब<br />न जाने कैसे<br />मन की टक्कर से हुई टूट-फूट<br />ठीक हो जाती है<br />सरस मन तब सचमुच <br />आनंदित और शीतल है,<br />जब अनंत में रमे रहने की<br />भावना हो जाती प्रबल है<br /><br />आपने वाहन की टक्कर से मन की टक्कर की तुलना की और फिर मन की टक्कर से हुई क्षति के लिए मार्ग भी सुझा दिया 'स्मरण' का.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.com